हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने बल देकर कहा कि इस्लामी क्रांति ने यूनिवर्सिटी के लिए जो बड़ा काम किया वह यह था कि उन्होंने ईरानी क़ौम को पहचान देकर यूनिवर्सिटी को उसकी पहचान दी। क्रांति से क़ौम को पहचान, आदर्श होने और स्वावलंबन का ज़ज़्बा दिया और उसके सामने क्षितिज को स्पष्ट किया।
मंगलवार को तेहरान में ईरान भर से छात्रों और स्टूडेंट यूनियनों के प्रतिनिधियों ने सुप्रीम लीडर से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने विश्व क़ुद्स दिवस का ज़िक्र करते हुए कहाः फ़िलिस्तीनी अवाम की बड़ी क़ुर्बानियों और दूसरी तरफ़ ज़ायोनियों के अपराधों की इंतेहा के मद्देनज़र, इस साल का विश्व क़ुद्स दिवस पिछले बरसों से अलग है और इस वक़्त ज़ायोनी शासन फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ हर तरह के नाजायज़ काम और अपराध कर रहा है जबकि अमरीका तथा युरोप भी उसका साथ दे रहे हैं।
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने फ़िलिस्तीनी क़ौम को ताक़तवर मज़लूम बताया और फ़िलिस्तीनी नौजवानों के संघर्ष व दृढ़ता की ओर इशारा करते हुए, जो फ़िलिस्तीन के मसले को फ़रामोश नहीं होने दे रहे हैं कहाः क़ुद्स दिवस, फ़िलिस्तीन के मज़लूम अवाम के साथ एकजुटता के एलान और उन्हें हौसला देने का मुनासिब मौक़ा है।
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने फ़िलिस्तीन के मसले में इस्लामी सरकारों के व्यवहार की आलोचना करते हुए कहाः अफ़सोस की बात है कि आज इस्लामी सरकारें, बहुत बुरे तरीक़े से काम कर रही हैं और वह फ़िलिस्तीन के मुद्दे पर बात तक करने के लिए तैयार नहीं हैं बल्कि उनमें से कुछ का यह ख़्याल है कि फ़िलिस्तीन की मदद करने का रास्ता ज़ायोनियों से रिश्ते क़ायम करना है जबकि यह बहुत बड़ी ग़लती और ग़लतफ़हमी है।
इस्लामी क्रांति के नेता ने 40 साल पहले मिस्र की सरकार की ओर से हुयी इस बड़ी ग़लती और ज़ायोनियों के साथ संबंध स्थापित करने की ओर इशारा करते हुए कहाः क्या ज़ायोनी सरकार के साथ मिस्र के संबंध स्थापित होने से, फ़िलिस्तीनी क़ौम के ख़िलाफ़ ज़ायोनियों के अपराध और मस्जिदुल अक़सा के अनादर में कोई कमी हुई थी कि अब कुछ इस्लामी सरकारें, अनवर सादात की इस ग़लती को दोहराना चाहती हैं?!
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने ज़ोर देकर कहा कि संबंध स्थापित करने से ज़ायोनी सरकार को भी कोई फ़ायदा नहीं होगा। उन्होंने कहाः हमें उम्मीद है कि अल्लाह की कृपा से फ़िलिस्तीन में अच्छा और नेक नतीजा सामने आएगा और अपनी सरज़मीं और मस्जिदुल अक़सा पर फ़िलिस्तीनियों का कंट्रोल जल्द ही व्यवहारिक रूप अख़्तियार कर लेगा।
उन्होंने कहा कि आज दुनिया एक नई व्यवस्था की दहलीज़ पर खड़ी है। एक नई वैश्विक व्यवस्था दुनिया के सामने आने वाली है, उस दो ध्रुवीय व्यवस्था के मुक़ाबले में जो 20-25 साल पहले मौजूद थी, अमरीका और सोवियत यूनियन, पूरब और पश्चिम पर आधारित थी और उस एक ध्रुवीय व्यवस्था के मुक़ाबले में भी जिसका एलान 20-25 साल पहले सीनियर बुश ने किया था। बर्लिन की दीवार गिराए जाने और दुनिया से मार्क्सवादी व्यवस्था और सोशलिस्ट सरकारों के अंत के बाद बुश ने कहा कि आज दुनिया नई वैश्विक व्यवस्था की दुनिया और अमरीका की एकध्रुवीय व्यवस्था की दुनिया है। यानी अमरीका, दुनिया का मालिक है, अलबत्ता उन्हें ग़लतफ़हमी थी।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने कहाः फिर उनकी समझ में आ गया था कि अमरीका दिन ब दिन उस बीस पच्चीस साल पहले के अमरीका की तुलना में, कमज़ोर होता जा रहा है, अंदरूनी तौर पर भी, आंतरिक नीतियों में भी, विदेश नीतियों में भी, अर्थव्यवस्था में भी, सुरक्षा में भी, कुल मिलाकर हर मैदान में अमरीका बीस साल पहले की तुलना में अब कमज़ोर हो चुका है।
सुप्रीम लीडर ने कहाः युक्रेन की हालिया जंग के मामले का बहुत गहराई से से और नए वर्ल्ड आर्डर के परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए और संभवतः इसके बाद जटिल और कठिन हालात बनेंगे और उन नए व जटिल हालात में इस्लामी गणराज्य सहित सभी देशों की ज़िम्मेदारी, उस नई व्यवस्था में भरपूर मौजूदगी है ताकि राष्ट्रीय हितों और सुरक्षा की हिफ़ाज़त हो सके और देश हाशिए पर न चला जाए।
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने अपनी स्पीच में इसी तरह इस्लामी क्रांति के बाद देश की यूनिवर्सिटियों की स्थिति में होने वाले सुधार की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि जब एक क़ौम में अपनी पहचान क़ायम करने और आदर्श बनाने का राष्ट्रीय आंदोलन शुरू होता है तो जिसे सबसे ज़्यादा फ़ायदा हासिल होता है वह यूनिवर्सिटी के नौजवान स्टूडेंट्स है, वह नौजवान स्टूडेंट्स जिनके अपने जज़्बात हैं, अपनी पहचान और पाकीज़गी है।
इस्लामी क्रांति के नेता ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने अपने लिए पहचान की ज़रूरत को महसूस किया और यह जज़्बा इस बात का कारण बना कि यूनिवर्सिटी और स्टूडेंट्स पश्चिमी ताक़तों के मुक़ाबले में कमज़ोरी और हीन भावना का शिकार न हों, यह चीज़ इस्लामी क्रांति से पहले के माहौल के बिल्कुल ही विपरीत थी।
उन्होंने कहाः इस्लामी गणराज्य, यूनिवर्सिटी पर गर्व कर सकता है इसलिए कि आज की यूनिवर्सिटी का, क्रांति के आरंभिक दौर की यूनिवर्सिटी की स्थिति से कोई मुक़ाबला नहीं है। बेशक उस वक़्त जज़्बात ज़्यादा थे और जोशीली कार्यवाहियां अंजाम पाती थीं क्योंकि क्रांति का शुरुआती ज़माना था लेकिन आज हमारे देश की यूनिवर्सिटी का, क्रांति के आग़ाज़ के दौर की यूनिवर्सिटी से कोई मुक़ाबला ही नहीं है। यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स की तादाद के लेहाज़ से देखा जाए तो उस वक़्त देश की सभी यूनिवर्सिटियों के कुल स्टूडेंट्स की तादाद डेढ़ लाख थी जबकि आज यूनिवर्सिटियों के स्टूडेंट्स की तादाद दसियों लाख है। इसी तरह उस वक़्त के प्रोफ़ेसरों की तादाद के लेहाज़ से देखा जाए तो उस वक़्त हमें जो रिपोर्टें दी जाती थीं, उनके मुताबिक़ तेहरान की यूनिवर्सिटियों में शिक्षकों की तादाद क़रीब 5 हज़ार थी जबकि आज दसियों हज़ार है जिनमें से बहुत से बहुत ही प्रतिष्ठित हैं।
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने यूनिवर्सिटी को, क्रांति के सबसे बुनियादी विषयों में बताया और यूनिवर्सिटी के कारनामों व अहम नतीजों की ओर इशारा करते हुए कहा कि आज ईरान, अपनी यूनिवर्सिटी पर गर्व करता है और नौजवान स्टूडेंट्स को आज देश के मुख्य मुद्दों पर गहराई से सोचने, हर तरह की निराशा व कर्महीनता से बचने और देश के अधिकारियों से क्रांति की उमंगों और हक़ीक़ी व संजीदा कामों की डिमांड करने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि बिना चिंतन के ज्ञान का नतीजा, आम तबाही फैलाने वाले हथियारों जैसी चीज़ों के रूप में सामने आता है और सही सोच के लिए उस्ताद और गाइड की ज़रूरत होती है, नमूने के तौर पर स्वर्गीय आयतुल्लाह मिस्बाह यज़्दी, वैचारिक मामलों में एक ज़बरदस्त उस्ताद और गाइड थे।
सुप्रीम लीडर ने नहजुल बलागा में अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) के एक कथन की ओर इशारा करते हुए नसीहत को दिल को ज़िन्दा करने वाला बताया और सूरए मरयम की एक आयत का हवाला देते हुए कहाः क़यामत का दिन हसरत का दिन है, इसलिए हमें इस तरह ज़िन्दगी गुज़ारनी चाहिए कि उस सख़्त दिन, कोई काम करने या न करने और कोई बात कहने या न कहने पर हमें हसरत न हो क्योंकि उसकी भरपाई मुमकिन नहीं हैं।

अमेरिका कमज़ोर पड़ चुका दुनिया नए वर्ल्ड आर्डर की दहलीज़ पर खड़ी है, इस साल का क़ुद्स दिवस बिल्कुल अलग हैं।
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इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई:
जनरल सुलैमानी फ़तह का पर्याय बन चुके हैं, साम्राज्यवाद विरोधी मोर्चा तेज़ी से आगे बढ रहा है।
हौज़ा/शहीद क़ासिम सुलैमानी की बरसी पर उनके घरवालों और उनकी बरसी के प्रोग्राम करने वाली कमेटी के सदस्यों ने शनिवार को तेहरान में सुप्रीम लीडर से मुलाक़ात…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
इस्लामी क्रांति के नेता की विद्यार्थियों को सलाह: वह शैली अपनाइए कि कल हसरत और पछतावा न हो
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां, जिंदगी के मैदान में वह शैली वह काम अपनाएं जिससे आप के हौसले बुलंद…
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परमाणु वार्ता अच्छे अंदाज़ में आगे बढ़ रही है, दुश्मनों की कोशिशों के बावजूद फ़िलिस्तीन का मुद्दा ज़िंदा हैं।
हौज़ा / ईरान की इस्लामी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के शीर्ष पदाधिकारियों ने मंगलवार 12 अप्रैल 2022 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई…
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बड़ी ताक़तों की दुश्मनी का सामना करते हुए कामयाबी के रास्ते पर लगातार आगे बढ़ रहा है ईरान
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के लीडर ने बुधवार की सुबह ईरान की संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के सभापति और सांसदों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने ख़ुर्रमशहर…
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इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई:
परमाणु मामले में ईरान से पश्चिमी देशों की दुश्मनी और पाबंदियों की वजह, ईरान को साइंस में तरक़्क़ी से रोकना हैं।
हौज़ा/सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने तबरेज़ के अवाम के 29 बहमन 1356 हिजरी शम्सी बराबर 18 फ़रवरी सन 1978 के आंदोलन की सालगिरह के मौक़े पर गुरूवार…
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अल्लाह तआला हमारी ज़रूरतें दुआ के साथ ही भरपूर मेहनत के नतीजे में पूरी करता हैं
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,जब आप ख़ुदा से चाहते हैं कि कोई ऐसा काम हो जाए जिसकी आपको ज़रूरत है तो दुआ के साथ अपनी ताक़त…
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क़ुद्स दिवस आख़िर क्या है? और क़ुद्स दिवस को क्यों रमज़ानुल मुबारक में मनाया जाता हैं?
हौज़ा/क़ुद्स दिवस,क़ुद्स की तारीख़ समझने के लिए सबसे पहले हमें यह पता होना ज़रूरी है कि ईरान में सन 1979 में इस्लामी इन्क़लाब के रहबर हज़रत आयतुल्लाह इमाम…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
कुद्स दिवस के मौके पर आयतुल्लाहिल उजमा सैय्यद अली ख़ामेनेई की महत्वपूर्ण तकरीर
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,पूरी दुनिया के मुस्लिम भाईयों और बहनों को सलाम! इस्लामी दुनिया के सभी…
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इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई:
यूक्रेन, अमरीका की संकटजनक सियासत की भेंट चढ़ गया, हम जंग के ख़िलाफ़ है।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम की पैग़म्बरी के एलान के तारीख़ी दिन…
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ईरान से बार बार शिकस्त खाने का राज़ यह है कि दुश्मन को इलाही परंपराओं का ईल्म नहीं/फोंटों
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने न्यायपालिका के प्रमुख और अधिकारियों ने तेहरान में मुलाक़ात की इस मुलाक़ात में आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई…
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सुप्रीम लीडर का पोप फ़्रांसिस को पैग़ामः
उम्मीद है आप फ़िलिस्तीन और यमन के पीड़ितों के हित के लिए कोशिश करते रहेंगें
हौज़ा/हौज़ाये इल्मिया क़ुम के अध्यक्ष आयतुल्लाह आराफी ने ईसाई जगत के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ़्रांसिस से मुलाक़ात में सुप्रीम लीडर का ज़बानी संदेश उन्हें…
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जो भी ग़ुस्सा है वह अमेरीका पर निकालिए
हौज़ा/हज़रत इमाम ख़ुमैनी र.ह. ने फरमाया था;इस वक़्त दुनिया की बहुत सी जगहों पर अमरीका ने आग भड़का रखी है और इस वक़्त दुनिया के बहुत से स्थानों पर जो युद्ध…
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प्रतिबंधों से बचने के लिए अमरीका के सामने झुकना एक बड़ी गलती हैं।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने एक्सपर्ट्स के मेंबरों से आज तेहरान में मुलाक़ात की इस मुलाकात के दौरान कहा,प्रतिब…
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हाजियों की हिफ़ाज़त मेज़बान सरकार की बड़ी ज़िम्मेदारी, ज़ायोनियों की साज़िश से पर्दा उठाना ज़रूरी,इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,इस्लामी गणराज्य के हज विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बुधवार को तेहरान में हरमे इमाम ख़ुमैनी…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,इतिहास के किसी भी हिस्से में दुनिया की किसी भी क़ौम को ऐसी पीड़ा और…
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:इस्लामी इन्क़ेलाब के सुप्रीम लीडर, आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई
शिक्षकों की ज़िम्मेदारी बहुत बड़ी हैं।
हौज़ा/इस्लामी इन्क़ेलाब के सुप्रीम लीडर, आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने कहां,शिक्षकों की ज़िम्मेदारी बहुत बड़ी है। यह मामूली सी आम तालीम नहीं…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
ज़ायोनी सरकार अब इस हालत में नहीं रही कि कुछ अरब देश उससे कोई लालच रखें या डरें
हौज़ा/इस्लामी इन्क़ेलाब के सुप्रीम लीडर, आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने गुरुवार को क़तर के अमीर शैख़ तमीम बिन हमद आले सानी और उनके साथ आने वाले…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
क्वालिटी अच्छी होगी तो यक़ीनन ख़रीदारों की नज़र में उसके काम की अहमियत भी बढ़ेगी
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने लेबर और मज़दूरों से मुलाकात के दौरान कहा,किसी भी चीज की प्रशंसा उसकी क्वालिटी…
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इस्लामी क्रांति के संस्थापक इमाम खुमैनी की बरसी के अवसर पर मुंबई में आयोजित "यादे इमामे राहील" सम्मेलन
हौज़ा / आयतुल्लाह रूहूल्लाह मूसवी खुमैनी रिज़वानुल्लाह अलैह की बरसी के अवसर पर मुंबई के अरुसूल बिलाद में एक दिवसीय "फ़िक़र-ए-इमाम-ए-रहील" सम्मेलन आयोजित…
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ईरान और वेनेज़ोएला ने साबित कर दिया कि अमरीकी दबाव से निपटने का रास्ता प्रतिरोध और दृढ़ता हैं।
हौज़ा/तेहरान के दौरे पर आए वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
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इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई:
अमरीकियों के अंदाज़े ग़लत हैं, यही वजह है कि वह ईरान के बारे में बार बार नाकाम हो रहे है
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने क़ुम वासियों के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह पर क़ुम के अवाम की सभा को विडियो…
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सैय्यद हसन नसरुल्लाह:
जब इस्राईल पीछे हटा तो हमें आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि हम इसके लिए पहले से तैयार थें,
हौज़ा/ जब हमारी मुलाकात आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई से हुई और हमने अपना ख्याल ज़ाहिर किया तो आपने कहा कि लेबनान में आपकी जीत बहुत करीब हैं।
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जिहादे इस्लामी के रेज़िस्टेंस ने दुश्मन की साज़िश पर पानी फेर दिया
हौज़ा/इस्लामी जेहाद संगठन के सेक्रेट्री जनरल के ख़त का जवाबः जिहादे इस्लामी के रेज़िस्टेंस ने दुश्मन की साज़िश पर पानी फेर दिया
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रेज़िस्टेंस फ़्रंट दुनिया में हर जगह साम्राज्यवाद का मुक़ाबला कर रहा हैः वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति का इंटरव्यू
हौज़ा/वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अपने हालिया तेहरान दौरे पर सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से भी मुलाक़ात की। उन्होंने इस मुलाक़ात…
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इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर की तफ़सीरे क़ुरआन की तीन किताबें, प्रदर्शनी में पेश की गईं
हौज़ा/आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने क़ुरआने मजीद की तफ़सीर के विषय पर जो 12 किताबें लिखी हैं उनमें से 3 किताबें, अंतर्राष्ट्रीय बुक फ़ेयर में…
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इस्लामी क्रान्ति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई:
देश की सेक्युरिटी विदेशियों के हाथ में न हो जिन लोगों ने अपनी सुरक्षा विदेशियों को सौंपी है, जल्द ही ख़मियाज़ा भुगतेंगे
हौज़ा / फ़ौजें अल्लाह की आज्ञा से रिआया का क़िला हैं।” हमारा देश इस कथन पर पूरा उतरता है। आज आर्म्ड फ़ोर्सेज़ संस्था, फ़ौज, आईआरजीसी, पुलिस और स्वंयसेवी…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
ईरान में मनाए जाने वाले राष्ट्रीय टीचर्ज़ डे के मौके पर आए हुए टीचरों और बुद्धिजीवियों ने सुप्रीम लीडर से तेहरान में मुलाक़ात की।
हौज़ा/आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई की टीचरों के साथ बातचीत,आप आइंदा नस्लों को रास्ता दिखाने वाले हैं, बच्चों में प्रतिरोध, आत्म विश्वास और क़ौमी पहिचान का…
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इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़मेनेई:
अमरीका के मौजूदा और पिछले राष्ट्रपति दोनों मिलकर इस मुल्क की रही सही इज़्ज़त नीलाम कर रहे हैं।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने वायु सेना के कमांडरों और जवानों को संबोधित करते हुए कहा: कि अभिव्यक्ति और बयान का जेहाद तत्कालिक…
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इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई:
इस्लामी क्रांति के नेता ने सही स्थिति लेने और सच्चाई के सामने भूमिका निभाने की तैयारी पर ज़ोर दिया हैं।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने यूरोप में यूनियन ऑफ इस्लामिक स्टूडेंट्स एसोसिएशंस की बैठक को अपने संदेश…
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:अहम ख़ुत्बे
ईरानी क़ौम लगातार तरक़्क़ी और बुलंदी की राह पर बढ़ रही हैं।
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,ईरानी राष्ट्र लगातार तरक्की के मैदान में आगे बढ़ रही है इसका सबसे बड़ा कारण लोगों का एक दूसरे…
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हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन उस्ताद फातेमी निया का अंतिम संस्कार क़ुम में होगा
हौज़ा/स्वर्गीय हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन उस्ताद फातेमी निया का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह 9:00 बजे तेहरान यूनिवर्सिटी से वलीय असर चौक की तरफ ले आया जाएगा
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इस्लामिक क्रांति के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली खामेनेई:
पाकीज़गी का केन्द्र,आल्लाह के लिए काम, निःस्वार्थ सेवा, मुबाहेले में बहुत ख़ास स्थान हज़रत फातेमा ज़हेरा की विशेषताएं हैं।
हौज़ा/हज़रता फ़ातेमा ज़हेरा स.ल. के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर रविवार 23 जनवरी 2022 को देश के वक्ताओं, शायरों और अहलेबैत की शान में क़सीदा पढ़ने वालों के…
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इमामें जमाआत से बढ़कर कोई पोस्ट नहीं हैं
हौज़ा/हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मोहम्मद हसन रहीमियान ने दीनी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मस्जिद और इमामें जमाआत की अहमियत की ओर इशारा करते हुए…
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
मज़दूर के सिलसिले में इस्लाम का नज़रिया,उनकी क़द्र करनी चाहिए इस्लाम उनको सम्मान देता हैं।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने लेबर और मज़दूरों से मुलाकात के दौरान कहा; कि यह उत्पादन की रीढ़ हैं।
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हज़रत इमाम ख़ुमैनी र.ह.का प्रतिरोध, क़ुरआनी आयतों की जीती जागती तस्वीर हैं।
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के पूर्व वरिष्ठ नेता हज़रत इमाम ख़ुमैनी प्रतिरोध और डट जाने की विशेषता, ये वो चीज़ है जिसने इमाम ख़ुमैनी को एक नज़रिए के रूप में,…
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:हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई
ग़दीर का वाक़्या उम्माते मुस्लिम पर अल्लाह तआला का बड़ा एहसान
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,सच्चाई ये है कि ग़दीर का वाक़ेआ और अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम को उम्मते इस्लामी के…
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